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Sunday, 28 February 2021

ASSISTANT PROFESSOR EXAM-2019 (ECONOMICS) NOTIFICATION Chhattisgarh 2021

February 28, 2021 0
ASSISTANT PROFESSOR EXAM-2019 (ECONOMICS) NOTIFICATION Chhattisgarh 2021




छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग, रायपुर 
    शंकर नगर मार्ग, रायपुर - 492001 

फोन नं. 0771-2439562,2446556   




http://psc.cg.gov.in/



 क्र./नि.स./2021/ /अ.मु.स /स्वा.                                 रायपुर, दिनांक 27/02/2021

   साक्षात्कार/दस्तावेज सत्यापन हेतु 'सुचना पत्र'   

सहायक प्राध्यापक - अर्थशास्त्र 

(उच्च शिक्षा विभाग) 

            छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के विज्ञापन क्र. 02/2019/परीक्षा /दिनांक 18/01/2019 रोजगार और नियोजन में प्रकाशन दिनांक 23/01/2019 के अंतर्गत सहायक प्राध्यापक - अर्थशास्त्र के 61 विज्ञप्ति पदों हेतु लिखित परीक्षा का आयोजन दिनांक 05 नवम्बर 2020 एवं 06 नवम्बर 2020 तक किया गया तथा परीक्षा परिणाम दिनांक 19/01/2021 को जारी किया गया है। उक्त लिखित परीक्षा के प्राप्तांको व अर्ह अभ्यर्थियों  के उपलब्धता के आधार पर कुल 170 अभ्यर्थियों  को साक्षात्कार हेतु चिन्हांकित किया गया है। आयोग द्वारा चिन्हांकित अभ्यर्थियों  के साक्षात्कार दिनांक 23/03/2021 से 26/03/2021 तक आयोजित किया जावेगी।


उपरोक्त पद के साक्षात्कार हेतु चिन्हांकित अभ्यर्थियों  के दस्तावेजों का सत्यापन साक्षात्कार तिथि के एक दिन पूर्व निर्धारित पाली प्रथम पाली - पूर्वान्ह 9 बजे से 12 बजे तक साक्षात्कार लिया जायेगा।  दस्त्वेजों के सत्यापन में अनुपस्थित रहने वाले अभ्यर्थियों  को साक्षात्कार में सम्मिलित होने की अनुमति नहीं डी जाएगी।


अभ्यर्थियों  के पास आवश्यक शैक्षणिक अर्हताओं एवं अन्य अर्हताओं का प्रमाण - पत्र आनलाइन आवेदन करने हेतु न्र्धरित अंतिम तिथि अथवा उसके पूर्व प्राप्त कर लिया होना चाहिए। आनलाइन आवेदन करने के अंतिम तिथि के बाद की तिथि को जारी की गई शैक्षणिक अर्हताओं एवं अन्य अर्हर्ताओं प्रमाण पत्र मानी नहीं ओंगे।  इस संबध में शैक्षणिक दस्तावेजों या स्थाई जाति या निवास / आय / नि:शक्त जन प्रमाण पत्र या पहचान पत्र / अन्य प्रमाण पत्रों के मूल प्रति तथा दो सत्यापित अथवा स्वप्रमाणित छाया प्रति प्रस्तुत करें। आवश्यक शैक्षणिक अर्हता या अन्य प्रमाण पत्रों की कमी होने पर अभ्यार्थी की उम्मीदवारी समाप्त कर दी जाएगी एवं इस सम्बन्ध में कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जायेगा। दस्तावेजों के सत्यापन में अनुपस्थित रहने वाले अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में सम्मिलित होने की अनुमति नहीं डी जाएगी।


नोट :- नोवल करोना वायरस (कोविड 19)  के संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु आयोग कार्यालय कार्य परिसर में केवेल अभ्यर्थियों को ही प्रवेस दिया जाएगा, अभ्यर्थियों के अतिरिक्त अन्य के लिए पप्रवेश निषेध है। अभ्यर्थियों को मास्क लगाना एवं Hand Sanitizer रखना अनिवार्य है जो अभ्यर्थी मास्क एवं hand sanitizer के बीना साक्षात्कार हेतु उपस्थित होगा उन्हें साक्षात्कार में सम्मिलित होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

                                                                                           परीक्षा नियंत्रक


                                                                                      छ.ग. लोक सेवा आयोग

                                                                                                 रायपुर





Sunday, 24 January 2021

[Registration] स्वच्छ भारत अभियान 2021

January 24, 2021 0
[Registration] स्वच्छ भारत अभियान 2021




स्वच्छ भारत अभियान (SBM)

स्वच्छ भारत अभियान (SBM) भारत के इतिहास में सबसे लोकप्रिय और महत्वपूर्ण मिशनों में से एक है। यह अभियान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया है , और महात्मा गांधी के स्वच्छ देश के दृष्टिकोण को सम्मानित करने के लिए 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया गया था।

प्रारंभ में, यह स्वच्छ भारत अभियान अभियान सभी कस्बों, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में राष्ट्रीय स्तर पर चलाया गया था।
स्वच्छ भारत अभियान की अवधारणा प्रत्येक व्यक्ति को शौचालय, ठोस और तरल अपशिष्ट निपटान प्रणाली, गाँव की सफाई और सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल आपूर्ति जैसी बुनियादी स्वच्छता सुविधाएँ प्रदान करना है।
Swachchh Bharat Mission का मुख्य उद्देश्य स्वच्छता के प्रति जागरूकता और इसके महत्व को फैलाना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर, 2019 को न्यूयॉर्क में स्वच्छ भारत अभियान की पहल के लिए गेट्स फाउंडेशन से "ग्लोबल गोलकीपर" का पुरस्कार प्राप्त किया।

स्वच्छ भारत अभियान के कार्य 


पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय द्वारा इस अभियान को चलाई जानी है।स्वच्छ भारत अभियान से  2019 तक स्वच्छता की सुविधा को तीन गुना करना है। इसे लागू करने का मकसद एक बड़ा बदलाव खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) भारत बनाना है।



स्वच्छ भारत योजना की मुख्य विशेषताएं






  • अस्वछता के कारण फैलने वाली बिमारी की रोकथाम के लिए 




  • ऑडियो-विजुअल, मोबाइल टेलीफोनी और स्थानीय कार्यक्रमों के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर / राज्य स्तरीय मीडिया अभियान के द्वारा जागरूकता का संदेश देना।




  • 14000 से 48000 दैनिक शौचालयों के निर्माण में वृद्धि करना।




  • जल, स्वच्छता और स्वच्छता के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए गतिविधियों में स्कूली बच्चों को शामिल करना।




  • 2019 तक हर घर में शौचालय के उपयोग प्रतिशत में 3% से 10% तक सुधार करना।





स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्य 


योजना शहर के लिए



  • स्वच्छ भारत मिशन शहरी का विभाग शहरी विकास मंत्रालय के अधीन आता है जिसमे 377 मिलियन की संयुक्त आबादी वाले सभी 4041 वैधानिक शहरों में स्वच्छता और घरेलू शौचालय की सुविधा देने के लिए कमीशन किया गया है।




  • स्वच्छ भारत मिशन शहरी के लिए पांच वर्षों में अनुमानित लागत 62,009 करोड़ रुपये है, जिसमें केंद्र की सहायता राशि 14,623 करोड़ रुपये है।


  • उम्मीद है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत 1.04 करोड़ घरों को कवर किया जाएगा, जिसमे 2.5 लाख सामुदायिक शौचालय सीटें, 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय सीटें दी जाएंगी।


  • यह हर शहर में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन सुविधाएं स्थापित करने का भी प्रस्ताव है।






  • स्वच्छ भारत अभियान स्वस्थ स्वच्छता बनाये रखने के लिए लोगों के बीच एक व्यवहारिक परिवर्तन की शुरुआत पर जोर देता है जैसे उन्हें खुले में शौच के हानिकारक प्रभावों के बारे में शिक्षित करके, पर्यावरणीय बिखरे हुए कचरे को साफ करने के लिए, इत्यादि।




  • शहरी स्वच्छ भारत मिशन के द्वारा खुले में शौच को खत्म करना है; शौचालय को फ्लश करने के लिए शौचालय को परिवर्तित करना, मैनुअल मैला ढोने का उन्मूलन, और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की सुविधा इस मिशन के तहत स्थापित करना है।




  • स्वच्छ भारत योजना के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए, शहरी स्थानीय निकायों को पूंजी और परिचालन दोनों के व्यय के संदर्भ में निजी क्षेत्र की भागीदारी के लिए एक सुविधाजनक वातावरण को बढ़ावा देने के लिए  इन प्रणालियों को कार्यान्वित और संचालित करने के लिए लाया जा रहा है।




स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के लिए




  • गाँव के स्कूलों में गन्दगी और अस्वच्छ परिस्थितियों को देखते हुए, यह कार्यक्रम बुनियादी स्वच्छता सुविधाओं वाले स्कूलों में शौचालयों पर विशेष जोर देता है।




  • सभी ग्राम पंचायतों में आंगनवाड़ी में शौचालयों का निर्माण और ठोस और तरल कचरे का प्रबंधन स्वच्छ भारत मिशन का उद्देश्य है।




  • ग्रामीण मिशन, जिसे स्वच्छ भारत अभियान ग्रामीण योजना के रूप में जाना जाता है, इस योजना का  उद्देश्य 2 अक्टूबर, 2019 तक ग्राम पंचायतों को खुले में शौच मुक्त बनाना है।




  •  सभी ग्रामीण परिवारों को व्यक्तिगत शौचालय उपलब्ध कराने का लक्ष्य और सार्वजनिक-निजी भागीदारी और सामुदायिक शौचालयों का निर्माण करना।




  •  Swachh bharat योजना के द्वारा आने वाली समस्याओं को दूर करना इस ग्रामीण स्वच्छता मिशन का जोर है।





भारत के सबसे स्वच्छ शहर 


भारत सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत सभी मुख्य शहरों का सर्वे कराया जिनमे सबसे स्वच्छ शहर और सबसे गंदे शहर की पहचान की गई



  1. सबसे स्वच्छ शहरों में मध्य प्रदेश की इंदौर भारत में सबसे स्वच्छ है।

  2. उत्तर प्रदेश का शहर गोंडा को सबसे सबसे गंदे शहर के रूप में पहचान किया गया है।

  3.  स्वच्छ 10 शहरों में से, 2 मध्य प्रदेश, 2 गुजरात और 2 शहर आंध्र प्रदेश से हैं। जबकि कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली और महाराष्ट्र के शहरों में एक एक शहर को स्वच्छ शहर चुना गया है।



स्वछता के मामले में टॉप 10 शहर

  1. स्वछता के मामले में उत्तर प्रदेश के 5 शहर हैं, विहार और पंजाब में 2 - 2 शहर है।

  2. महाराष्ट्र में 500 में से 118 शहर खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) पाए गए। 297 शहरों में 100% डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन है।

  3. 37 लाख नागरिकों ने स्वच्छ सर्वेक्षण में रुचि दिखाई।

  4. 40% शहरों जहाँ 75% रिहाइशी इलाके काफी साफ सुथरे पाए गए।

  5. गुजरात में सबसे ज्यादा 12 शहर हैं, जिनमें से शीर्ष 50 में सबसे स्वच्छ 12 शहर हैं, इसके बाद मध्य प्रदेश के 11 और आंध्र प्रदेश के आठ शहर हैं।




निष्कर्ष




  • स्वच्छता को जीवन चक्र के मुद्दे के रूप में देखा जाना चाहिए और इसलिए काम, शिक्षा और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता सुविधाएं प्रदान करना महत्वपूर्ण है।

  • इसके लिए सही समय पर सही जगह और सबसे उचित तरीके से निवेश की आवश्यकता होती है।

  • SBM के अलावा और सरकरी योजना नहीं बननी चाहिए, स्वच्छ भारत योजना के पहले और भी योजनाएं बनी जो सुर्खियां बटोरने के लिए शुरू में शोर मचाती है, लेकिन सुर्खियों में आने से पहले ही खत्म हो जाती है।


एसबीएम यानि स्वच्छ भारत अभियान निश्चित रूप से महान लक्ष्यों और उद्देश्यों के लिए बनाया है। स्वच्छ भारत योजना में भारत के प्रत्येक नागरिक को शामिल होना चाहिए और साक्षरता और स्वच्छता के प्रति सजग होना चाहिए।


 

आशा है कि इस विषय पर हमारा लेख अच्छा लगा होगा। यदि हमारा लेख पसंद आया हो तो हमें जरूर बताएं।