कौशल्या मातृत्व योजना क्या है ?- Kaushalya matritva yojana
छत्तीसगढ़ में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने वित्तमंत्री के तौर पर 01 मार्च 2021 को प्रदेश का 21 वां बजट सदन में पेश किया बजट के दौरान सरकार द्वारा किये गए विगत वर्षों की उपलब्धियां भी गिनाई, लगभाग हर वर्ग हर क्षेत्र के लिए यह बजट था जिसमे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, महिलाओं के लिए सशक्तिकरण , पशुपालन, संस्कृति, बुजुर्गों, दिव्यान्गों, युवाओं आदि विशेष थे .सदन में बजट के दौरान उन्होंने महिलाओं और बच्चों के सुरक्षा और पोषण के लिए Kushalya Matritva Yojana की शुरुआत की
कौशल्या मातृत्व योजना - सुपोषण अभियान
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत पछले एक वर्ष में 99 हजार बच्चे कुपोषण से मुक्त किये जा चुके है। आंकड़ो के अनुसार वर्ष 2018 में कुपोषण का प्रतिशत 26.33 प्रतिशत रहा था जो घटकर वर्ष 2019 में 23.37 हो गया है। lockdown के दौरान कुपोषित महिलाओं, शिशुवती महिलाओं एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों के लगभग 24 लाख 38 हजार हितग्राहियों को भी घर - घर जाकर रेडी टू ईट फ़ूड वितरित किया गया है।
महिलाओं एवं बच्चों की देखरेख, सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए एकीकृत बाल संरक्षण योजना / कौशल्या मातृत्व योजना हेतु वर्ष 2021-22 के बजट में 47 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा गया है।
कौशल्या मातृत्व योजना के लाभ
कौशल्या मातृत्व योजना के अंतर्गत महिलाओं के पोषण एवं स्वास्थ्य सुधार हेतु द्वितीय संतान बालिका के जन्म पर राज्य सरकार द्वारा एकमुश्त 5 हजार रुपये की सहायता राशी उनके बैंक खाते में दी जाएगी।
कौशल्या मातृत्व योजना का लाभ कैसे लें ?
कौशल्या मातृत्व योजना के तहत लाभ पाने के लिए गर्भवती होने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र/उपस्वास्थ्य केन्द्रों में जच्चा - बच्चा कार्ड बनवाएं, समय-समय पर जांच करवाते रहें, इसके पश्चात प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र/उपस्वास्थ्य केन्द्रों या मान्यता प्राप्त अस्पतालों में आवेदन किया जा सकता है, जिसके पश्चात द्वितीय बालिका के जन्म पर 5000 रूपए की एक मुस्त सहायता राशि दे दी जाएगी।
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